लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ में मुस्लिम वोटरों को साधने की कोशिश में बीजेपी ने ये प्लान बनाया है
राज्य की कुल 2.55 करोड़ की आबादी में पांच लाख मुस्लिम मतदाता हैं. रायपुर में 88 हजार, बिलासपुर में 67 हजार, राजनांदगांव में 37 हजार और बस्तर की आरक्षित सीट पर 26 हजार मुस्लिम मतदाता हैं.

रायपुर: साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी भी एक्टिव मोड में आ गई है. बीजेपी 13 जून से छत्तीसगढ़ में मोदी मित्र अभियान चला रही है. इस अभियान के जरिए बीजेपी कार्यकर्ता लोगों को मित्र बना रहे हैं. बीजेपी यह अभियान खासतौर पर उन इलाकों में चला रही है जहां मुसलमानों की अच्छी संख्या है. यह अभियान विशेष रूप से पांच संसदीय क्षेत्रों रायपुर, राजनांदगांव, सरगुजा, बिलासपुर और बस्तर में चलाया जा रहा है।
वहीं, 27 जुलाई से बीजेपी ने ‘मोदी मित्र’ अभियान के साथ-साथ पसमांदा मुसलमानों से जुड़ने के लिए स्नेह यात्रा भी शुरू की है. यह यात्रा दिल्ली, छत्तीसगढ़, ओडिशा और महाराष्ट्र समेत पूरे देश में जाएगी। ‘मोदी मित्र’ अभियान के छत्तीसगढ़, ओडिशा और महाराष्ट्र के समन्वयक डॉ. सलीम राज का कहना है कि ज्यादातर ऊंची जाति के मुसलमान कांग्रेस के पारंपरिक मतदाता हैं, लेकिन पसमांदा मुसलमानों को अभी भी अपना राजनीतिक पक्ष चुनना बाकी है। इसलिए बीजेपी को फायदा हो सकता है |
साल के अंत में हैं विधानसभा चुनाव
उन्होंने कहा कि साल के अंत में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हैं, इसलिए फोकस इसी राज्य पर ज्यादा है. उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता स्नेह यात्रा को समय पर पूरा करना है, ताकि विधानसभा चुनाव में पार्टी को इसका फायदा मिल सके. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस अभियान का उद्देश्य मुस्लिम समाज के अधिक से अधिक लोगों को जोड़ना है. उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ की कुल 2.55 करोड़ की आबादी में पांच लाख मुस्लिम मतदाता हैं. रायपुर में 88 हजार, बिलासपुर में में 67 हजार, राजनांदगांव में 37 हजार और बस्तर की आरक्षित सीट पर 16 लाख की आबादी में 26 हजार मुस्लिम मतदाता हैं |